आपको या आपके किसी परिचित या फिर किसी relative को उनकी अपनी shop
आपको या आपके किसी परिचित या फिर किसी relative को उनकी अपनी shop या firm या कोई भी business में यदि आशाजनक लाभ untitledनही मिल रहा है, अथवा कार्य तो ठीक चल रहा है लेकिन बिना कारण के धन का दुरूपयोग हो जाता है या हानि का सामना करना पडता है तो हमारे महापुरुषों ने और ज्योतिष शास्त्र में बहुत से उपाय सुझाए गए हैं, सबसे पहले समस्या को ज्योतिष द्वारा समाधान करें और यदि फिर भी सफलता नहीं मिल रही है हमारे द्वारा सुझाये गए उपायों को श्रद्धा और विश्वास से करें तो उम्मीद है आशातीत लाभ प्राप्त होगा.
अपनी income बढ़ाने के लिए प्रत्येक मनुष्य बहुत कोशिश करता है, अधिक लाभ प्राप्त करना और अपने business को continuous grow करना ही उसका प्रमुख उद्देश्य रहता है. अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो इसके लिए ही मनुष्य व्यापार करता है और लाभ प्राप्त करने के लिए व्यापारी उपाय भी करते है आज कुछ उपाय जो कि सदियों से हमारे मध्य प्रचलित है उन्हें आपके सामने हम रख रहे हैं – -
सबसे पहले जब दूकान या व्यापार आरम्भ किया जाता है तो एक चांदी की कटोरी में धनियां (coriander seeds) रखकर उसमें चांदी के ही श्री लक्ष्मी जी और श्री गणेश जी को स्थापित करते है. तथा इसे दूकान या office में पूर्व दिशा की ओर मुंह करके रखा जाता है. प्रतिदिन दूकान अथवा ऑफिस खोलते समय पांच अगरबत्तियां जलाने से व्यापार का लाभ बढने लगता है.
यदि दूकान आदि व्यवसाय क्षेत्र में ग्राहक नहीं आ रहे है तो आप मिटटी के चार बर्तन लेकर एक में जौ यानि barley, दूसरे में काले तिल यानि black sesame, तीसरे में साबुत हरे मूंग यानी green mung beans और चौथे में पीली सरसों यानी yellow mustard भर कर रख दें. ये चारों बर्तन साल भर के लिए रखे जाते है फिर एक साल बाद उन्हें चलते पानी में विसर्जन कर दिया जाता है, इस प्रकार करते रहने से ग्राहक आपकी दूकान के प्रति आकर्षित हो जायेंगे।
अपने व्यवसाय अथवा दूकान की वृद्धि के लिए एक लोहे के कील में, काले धागे में सात हरी अखंडित मिर्च और एक बेदाग़ नींबू प्रातः मंगलवार या शनिवार बांधा जाता है. ध्यान रहे यह हरी मिर्च और नींबू दुकानदार की पत्नी या बेटी के द्वारा ही बनाया जाये तो लाभदायक रहेगा, बना बनाया मिलने वाला नींबू और मिर्च कोई लाभ नहीं देता अथवा कुल पुरोहित भी बना सकता है।
अपनी shop या office में प्रतिष्ठित श्री यन्त्र और व्यापार वृद्धि यन्त्र तथा श्री कुबेर यन्त्र की शुभ मुहूर्त मेंविधिवत स्थापना करने से व्यापार में हानि नहीं होती है और लाभ की मात्रा में वृद्धि होने लगती है.
अगर ऐसा लगे की कोई शत्रु आपकी दूकान या ऑफिस में तांत्रिक क्रिया करके आपको हानि पंहुचाने का प्रयास कर रहा है तो शनिवार प्रातः पांच पीपल के पत्ते और आठ पान के साबुत डंडीदार पत्ते लेकर लाल धागे में पिरोकरदूकान में पूर्व की तरफ बाँध दें और ऐसा अगर आप हर शनिवार करें तो तांत्रिक क्रिया बेअसर हो जायेगी तथा आपका लाभ बढ़ जाएगा
शम्मी वृक्ष की लकड़ी को पान के पत्ते में लपेटकर पैसे के गल्ले में रखने से भी तांत्रिक क्रिया बेअसर हो जाती है
आयात – निर्यात (Import-Export) तथा दूसरे नगरों से सम्बंधित व्यापारियों को एक दक्षिणावर्ती शंख हमेशा लाल रंग की थैली में बांधकर श्री लक्ष्मी जी की प्रतिमा के पास दूकान अथवा ऑफिस में रखनी चाहिए
यदि कोई आपके व्यवसाय का धन वापस नहीं दे रहा है अथवा आपके ऊपर bank आदि का loan अधिक होने के कारण interest बढ़ रहा है तो आप गाय के खुर (पैर) की मिटटी, किसी भी मंदिर के द्वार की मिटटी, भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के द्वार की मिटटी और अस्तबल अर्थात घुड़साल की मिटटी एक ताम्बे के लोटे में भरकर दूकान में रखे उस मिटटी में सात अगरबत्ती गिनकर प्रतिदिन लगाएं और घर जाते समय पांच अगरबत्ती गिनकर लगाएं तो ऐसा प्रतिदिन करने से व्यवसाय में वृद्धि होगी और क़र्ज़ उतरने लगेगा.
अपनी income बढ़ाने के लिए प्रत्येक मनुष्य बहुत कोशिश करता है, अधिक लाभ प्राप्त करना और अपने business को continuous grow करना ही उसका प्रमुख उद्देश्य रहता है. अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो इसके लिए ही मनुष्य व्यापार करता है और लाभ प्राप्त करने के लिए व्यापारी उपाय भी करते है आज कुछ उपाय जो कि सदियों से हमारे मध्य प्रचलित है उन्हें आपके सामने हम रख रहे हैं – -
सबसे पहले जब दूकान या व्यापार आरम्भ किया जाता है तो एक चांदी की कटोरी में धनियां (coriander seeds) रखकर उसमें चांदी के ही श्री लक्ष्मी जी और श्री गणेश जी को स्थापित करते है. तथा इसे दूकान या office में पूर्व दिशा की ओर मुंह करके रखा जाता है. प्रतिदिन दूकान अथवा ऑफिस खोलते समय पांच अगरबत्तियां जलाने से व्यापार का लाभ बढने लगता है.
यदि दूकान आदि व्यवसाय क्षेत्र में ग्राहक नहीं आ रहे है तो आप मिटटी के चार बर्तन लेकर एक में जौ यानि barley, दूसरे में काले तिल यानि black sesame, तीसरे में साबुत हरे मूंग यानी green mung beans और चौथे में पीली सरसों यानी yellow mustard भर कर रख दें. ये चारों बर्तन साल भर के लिए रखे जाते है फिर एक साल बाद उन्हें चलते पानी में विसर्जन कर दिया जाता है, इस प्रकार करते रहने से ग्राहक आपकी दूकान के प्रति आकर्षित हो जायेंगे।
अपने व्यवसाय अथवा दूकान की वृद्धि के लिए एक लोहे के कील में, काले धागे में सात हरी अखंडित मिर्च और एक बेदाग़ नींबू प्रातः मंगलवार या शनिवार बांधा जाता है. ध्यान रहे यह हरी मिर्च और नींबू दुकानदार की पत्नी या बेटी के द्वारा ही बनाया जाये तो लाभदायक रहेगा, बना बनाया मिलने वाला नींबू और मिर्च कोई लाभ नहीं देता अथवा कुल पुरोहित भी बना सकता है।
अपनी shop या office में प्रतिष्ठित श्री यन्त्र और व्यापार वृद्धि यन्त्र तथा श्री कुबेर यन्त्र की शुभ मुहूर्त मेंविधिवत स्थापना करने से व्यापार में हानि नहीं होती है और लाभ की मात्रा में वृद्धि होने लगती है.
अगर ऐसा लगे की कोई शत्रु आपकी दूकान या ऑफिस में तांत्रिक क्रिया करके आपको हानि पंहुचाने का प्रयास कर रहा है तो शनिवार प्रातः पांच पीपल के पत्ते और आठ पान के साबुत डंडीदार पत्ते लेकर लाल धागे में पिरोकरदूकान में पूर्व की तरफ बाँध दें और ऐसा अगर आप हर शनिवार करें तो तांत्रिक क्रिया बेअसर हो जायेगी तथा आपका लाभ बढ़ जाएगा
शम्मी वृक्ष की लकड़ी को पान के पत्ते में लपेटकर पैसे के गल्ले में रखने से भी तांत्रिक क्रिया बेअसर हो जाती है
आयात – निर्यात (Import-Export) तथा दूसरे नगरों से सम्बंधित व्यापारियों को एक दक्षिणावर्ती शंख हमेशा लाल रंग की थैली में बांधकर श्री लक्ष्मी जी की प्रतिमा के पास दूकान अथवा ऑफिस में रखनी चाहिए
यदि कोई आपके व्यवसाय का धन वापस नहीं दे रहा है अथवा आपके ऊपर bank आदि का loan अधिक होने के कारण interest बढ़ रहा है तो आप गाय के खुर (पैर) की मिटटी, किसी भी मंदिर के द्वार की मिटटी, भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर के द्वार की मिटटी और अस्तबल अर्थात घुड़साल की मिटटी एक ताम्बे के लोटे में भरकर दूकान में रखे उस मिटटी में सात अगरबत्ती गिनकर प्रतिदिन लगाएं और घर जाते समय पांच अगरबत्ती गिनकर लगाएं तो ऐसा प्रतिदिन करने से व्यवसाय में वृद्धि होगी और क़र्ज़ उतरने लगेगा.
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