सूर्य को जल कैसे चढ़ाएं ?

सूर्य को जल चढ़ाने के लिए एक तांबे का लोटा ले लें। उसमें शुद्ध जल ले लें, थोड़े चावल के दाने डाल लें, थोड़ी रौली डाल लें एवं थोड़ा सा गुड़ का टुकड़ा डाल लें।
    तदोपरान्‍त सूर्य को जल चढ़ाते समय अर्थात् जल का लोटा खाली होने तक अधोलिखित सूर्य के द्वादश नामों का जाप करें-
    ॐ मित्राय नमः
    ॐ रवये नमः
    ॐ सूर्याय नमः
    ॐ भानवे नमः
    ॐ खगय नमः
    ॐ पुष्णे नमः
    ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
    ॐ मारिचाये नमः
    ॐ आदित्याय नमः
    ॐ सावित्रे नमः
    ॐ अर्काय नमः
    ॐ भास्कराय नमः
    सूर्य को जल सदैव प्रात:काल में चढ़ाएं। 6 से 7बजे प्रात: का समय उपयुक्‍त है। अधिक विलम्‍ब से न चढ़ाएं। अधिकाधिक आठ बजे  तक जल अवश्‍य चढ़ा लें।
    सूर्य को जल चढ़ाते समय सीधा उसे न देखें। सूर्य को जल चढ़ाते समय जल की जो धारा आप बनाते हैं उसमें सूर्य रश्मियों या सूर्य के दर्शन करें। जल चढ़ाने के उपरान्‍त सूर्य देवता से अपने समस्‍त गलतियों की क्षमा याचना करते हुए उनसे प्रार्थना करें-'हे सूर्य देव! मुझसे जो भी भूलचूक हो गई हैं या मैंने जो गलतियां की हैं, कृपया उन्‍हें क्षमा कर दें। मुझे स्‍वास्‍थ्‍य प्रदान करें। मेरे नेत्रों के समस्‍त कष्‍ट दूर करते हुए उसमें ज्‍योति बढ़ाएं। स्‍वयं सदृश मेरा यश बढ़ाएं। मुझ पर अपनी कृपा सदैव बनाएं रखें। मुझे आशीर्वाद दें जिससे मैं अपना मनुष्‍य जीवन सार्थक कर पाऊंअपना भुत ,भविष्य, वर्तमान जानने के लिए और अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए अपॉइंटमेंट लेकर निवारण प्राप्त करे व्हॉट्स ऍप पर मैसेज करके अपॉइंटमेंट लीजिये 9021076371 ज्योतिषभास्कर त्रिविक्रम विजय वैदिक केपी पराशरी जैमिनी अंकशास्त्र वास्तु शास्त्र tarrot एक्सपर्ट अपॉइंटमेंट लेने के बाद ही कॉल करे नोट : सभी सेवाएं सशुल्क है फ्री की उम्मीद न करे

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