*****भाग्यशाली बनने के ये हैं 5 उपाय******

*****भाग्यशाली बनने के ये हैं 5 उपाय******
हर व्यक्ति भाग्यशाली बनने की तमन्ना रखता है। इसके लिए वह कई जतन करता है। वह कठिन परिश्रम करता है। ताकि वो अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तरह से निभा सके। ऐसे उपाय जिन्हें आजमाकर आप भाग्यशाली बन सकते हैं।
1. मुख्य द्वार के दोनों ओर खिड़कियां न हों : ध्यान रखें कि घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर खिड़कियों का होना दोषपूर्ण माना जाता है। इससे घर के मालिक की आर्थिक समस्याएं बढ़ती हैं। इन खिड़कियों के माध्यम से व्यक्ति का भाग्य हवा के साथ बह कर बाहर चला जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए खिड़कियों की चौखट पर गोल पत्तियां वाले पौधे का गमला रख दें या ऊपर खिड़की में टांग दें।
2. प्रवेश द्वार के अगल-बगल पौधे रखें : घर व ऑफिस के प्रवेश द्वार के अगल-बगल में फूलों के गमले रखने चाहिए। ये घर में या ऑफिस में प्रवेश करने वाली ऊर्जा को और अधिक सकारात्मक व शक्तिशाली बना देते हैं। ध्यान रहे कि ये पौधे कांटेदार व नुकीली पत्तियां वाले नहीं हों।
3. हिंसा दर्शाते चित्र न लगाएं : घर में कभी भी हिंसा वाले चित्र न लगाएं। विशेष रूप से दक्षिण-पश्चिम कोने में तो बिल्कुल भी नहीं। क्योंकि यह कोना रिश्तों से संबंधित होता है। महाभारत के दृश्य, पुस्तक रखना घर परिवार में कलह का कारण बनता है। इससे मन भी अशांत रहता है।
4. सीधे चढ़ाव के दोष को दूर कीजिए : घर में तिरछा या घुमावदार चढ़ाव अच्छा माना जाता है। सीधे चढ़ाव पर ची का प्रवाह एकदम तेज होता है। इसे कम करने के लिए नीचे छह खोखली रॉड वाली एक पवन घंटी ( विंड चाइम) लटका देनी चाहिए। यह आगंतुकों के प्रवेश की सूचना देती है तथा गृह स्वामी को उनके प्रति सचेत करती है।
5. संदूक में दोहरा आइना लगाएं : अपने घर व दुकान के संदूक में नीचे व ऊपर की ओर आइना( मिरर) लगा होना चाहिए। इस प्रकार संदूक आपके पैसे को कई गुना बढ़ा देगा। आमदनी भी अधिक होगी। संदूक में लाल फीते से तीन चीनी सिक्के बांध कर रखने से लक्ष्मी जी की प्राप्ति होती है।
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किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लें। मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ जाएं। इससे सफलता प्राप्त होती है।
॰ किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की देहली के बाहर, पूर्व दिशा की ओर, एक मुट्ठी घुघंची को रख कर अपना कार्य बोलते हुए, उस पर बलपूर्वक पैर रख कर, कार्य हेतु निकल जाएं, तो अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है।
॰ अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू लें। उसपर 4 लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें रू ॐ श्री हनुमते नम:´। 21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाएं। काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
॰ चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें। प्रातरूकाल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाएँ। प्रातः सोकर उठने के बाद नियमित रूप से अपनी हथेलियों को ध्यानपूर्वक देखें और तीन बार चूमें। ऐसा करने से हर कार्य में सफलता मिलती है। यह क्रिया शनिवार से शुरू करें।
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पारद शिवलिंग साक्षात भगवान शिव का स्वरूप तंत्र शास्त्र के अनुसार यदि पारद शिवलिंग को विधि-विधान से घर में स्थापित किया जाए तो इससे अनेक लाभ होता हैं जैसे-
- पारद शिवलिंग को घर में रखने से सभी प्रकार के वास्तु दोष स्वत: ही दूर हो जाते हैं साथ ही घर का वातावरण भी शुद्ध होता है।
- पारद शिवलिंग साक्षात भगवान शिव का स्वरूप माना गया है इसलिए इसे घर में स्थापित कर प्रतिदिन पूजन करने से किसी भी प्रकार के तंत्र का असर घर में नहीं होता और न ही साधक पर किसी तंत्र क्रिया का प्रभाव पड़ता है।
- यदि किसी को पितृदोष हो तो उसे प्रतिदिन पारद शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। इससे पितृदोष समाप्त हो जाता है।
- पारद शिवलिंग की विधि-विधान से पूजा करने पर धन लाभ होता है।
- अगर घर का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो उसे पारद शिवलिंग पर अभिषेक किया हुआ पानी पिलाने से वह ठीक होने लगता है।
- पारद शिवलिंग की साधना से विवाह बाधा भी दूर होती है।

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