सात अचूक मंत्र

सात अचूक मंत्र
01 घर में क्लेश ना होने के लिए
दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करे, चित्र के समुख एक पानीवाला नारियल मिटटी के घड़े के ऊपर रखकर चारो तरफ पत्ते लगाकर कलश स्तापित करे, और चार मुख वाला दीपक उसके सामने प्रज्वलित करे, स्वयम पीले वस्त्र धारण करे और दत्तात्रेय भगवान को भी पीले वस्त्र अर्पित करे, पीले रंग का आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की चन्दन के मालापर सात माला जप करे, जप पूरा होनेके बाद कन्या को भोजन या मीठा प्रसाद, सिंगारका सामान, दक्षिणा अप्रीत करके मंवांचित फल प्राप्त कर सकते है I
मंत्र - उं झं ‍‌द्रां विपुलमुर्तेये नमः स्वाहा
02 शत्रुओ से छुटकारा
दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करेके उनके सामने एक सुखा नारियल काले कपडे में लिपटा कर मोली सूत्रसे बांध दे और भगवान को अर्पित करे, साथ ही एक सुपारी अर्पित करे, कम्बल के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की रुद्राक्ष के मालापर आठ माला जप करे, जप पूरा होनेके बाद भगवान को मीठे रोटी का भोग लगाये उसमेसे एक भाग कव्वे को और एक भाग कुत्ते को खिलाये और कपडे में लिपटा नारियल शिव मंदिर में जाकर शत्रुका नाश होने की प्रार्थना करके शिव को अर्पित करे.
मंत्र – ऊं ‍‌द्रां ह्रीं स्पोटकाय स्वाहा
03 परीक्षा में सफलता
दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करेके उनके सामने ताम्बे की थाली में खीर बनाके प्रसाद के रूप में रखे और भगवान के सामने पान की तिन पत्तिया लेकर उसपर चावल की छोटी छोटी ढ़ेरिया बनाकर रख दे भगवान को सफ़ेद वस्त्र अप्रीत करे और लाल कम्बल के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की तुलशी के मालापर पाच माला जप करे.
मंत्र – ऊं विध्याधिनायकाय द्रां दत्तारे स्वाहा
04 धन-दौलत मिलने के लिए
ये साधना रात में करनी है दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करे, चित्र के समुख एक पानीवाला नारियल मिटटी के घड़े के ऊपर रखकर चारो तरफ पत्ते लगाकर कलश स्तापित करे, तद्पछात तुलाशिदल,बिल्वपत्र और गेंदे के फुल भगवान को अप्रीत करे और मेवे का भोग लगाये और पाच अखंड दीप लगाये जो साधना शुरवात से पूरी रात जलते रहे और लाल कम्बल के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की तुलशी के मालापर नव माला जप करे.
मंत्र - ऊं ह्रीं विद्दुत जिव्हाय माणिक्यरुपिणे स्वाहा
05 घर प्राप्ति के लिए दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करे, चित्र के समुख ग्यारा पत्ते पर पाच-पाच लौग, इलायची रखकर दक्षिणा के साथ अर्पित करे तद्पछात अपनी मनोकामना कह दे और पीले रंग के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की रुद्राक्ष के मालापर आठ माला जप करे. जप पूरा होनेके बाद लौग,इलायची शनि महाराज या शेत्रपाल देवता को चढ़ा दे और अति शिग्र सफलता के लिए किसी गरीब या ब्राम्हण को कंबल या वस्त्र दान देना चाहिए.
मंत्र - श्रीं ह्रीं ऊं स्ताननायकाय स्वाहा
06 वाहन दुर्घटना से बचाव के लिए दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करे, चित्र के समुख ताम्बे की थाली में पानी भरकर उसमे एक दिया जलाये तद्पछात काले कंबल के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की रुद्राक्ष के मालापर चार माला जप करे. जप पूरा होने के बाद भगवान को पुष्प,धुप,दीप लगाकर बेसन का भोग लगाये.
मंत्र - ऊं ‍‌द्रां द्रां वज्र कवचाय हुम्
07 मनचाहा प्यार मिलने के लिए दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्तापित करे, लाल कंबल के आसन का प्रयोग करे और निचे दिए हुवे मन्त्र की स्पटिक के मालापर नौ माला जप करे, जप पूरा होने के बाद भगवान को पुष्प,धुप,दीप लगाकर गुड,शहद और मिश्री का भोग लगाये और गुलाबी रंग का वस्त्र अर्पित करे और इकीस केले का प्रसाद चढ़कर सभी परिवार के लोगो में और आसपास या पड़ोस के लोगो में बाटे.
मंत्र - ऊं ह्रीं नमो अकर्शानाय ‍‌द्रां ह्रीं हुम्

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