क्या आप दीपावली ( Dipawali) को दीपक जलाने का रहस्य जानते हैं?
क्या आप दीपावली ( Dipawali) को दीपक जलाने का रहस्य जानते हैं?
क्या आप जानते हैं कि दीपावली को लक्ष्मी प्राप्ति व ऋण मुक्ति से क्यों जोडा गया है क्या आप दीपावली मनाते हैं उसके बाद भी आप अगली दीपावली तक लक्ष्मीवान नहीं बन पाते?
तो यह आलेख आपके लिये है।
दरअसल दीपावली अमावस्या के दिन आती है जो शनि का दिन होता है हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह की उच्च स्थिती व उनकी कृपा से ही मनुष्य धनवान होता है व मकान बनवा पाता है।इसलिये दीपावली को जो तिल के तेल के दीपक जलाने का रिवाज है वो तेल अमावस्या होने से शनि ग्रह की दशा ठीक करने के लिये जलाया जाता है।
क्या आप दीपावली को मोमबतियां जलाते हैं?
दीपावली को सरसों के तेल के दीपक जलाते हैं?
सिर्फ इलैक्ट्रोनिक लाईटें लगाते हैं सोचते हैं दीपकों के झंझट में कौन पड़े?
तो आप गलत कर रहें हैं दीपावली को कम से कम सवा लीटर तिल के तेल के दीपक जलाने से मनुष्य पर चल रही शनि की दशा उतर जाती है तथा वो धनवान व ऋणमुक्त बनता है उसे व्यापार धन्धे में फायदा होता है घर में फिजुलखर्च नहीं होते। ( Shani shadna to attract money and wealth)
चलिये अबके दीपावली को कम से कम सवा लिटर तिल्ली का तेल ( Sesame Oil) जलावें तथा यदि आप सोच रहें है दीपावली तो बहुत दुर है तो दीपावली के स्थान पर आप किसी भी अमावस्या को तिल के तेल के पांच दीपक जला कर घर की छत पर रख सकते हैं यदि आप यह प्रयोग दीपावली के अलावा अन्य अमावस्या को कर रहें हैं तो सवा लिटर तिल के तेल के दीपक एक साथ जलाना अनिवार्य नहीं है आप पांच दीपक जला सकते हैं उससे भी लाभ होगा।
तथा कृपया यह भी ध्यान रखें कि सवा लीटर तेल की शर्त न्यूनतम है आप अपनी आस्था व हैसियत के अनुसार जितना ज्यादा तिल के तेल के दिये जलावेगें उतना ही आपको लाभ पहुंचेगा शनि भगवान पर तेल चढाने का भी यहि रहस्य है आप शनिवार को भी तिल के तेल का दीपक (जलाकर) अपने घर के बाहर शनि भगवान के नाम का रख सकते हैं उस दीपक पर सिदुंर का तिलक लगाना ओर भी अच्छा रहता है।( Burn Sesame Oil Deepak With Sindur Marking on Deepak at Every Saturday for Shani Kripa)
क्या आप जानते हैं कि दीपावली को लक्ष्मी प्राप्ति व ऋण मुक्ति से क्यों जोडा गया है क्या आप दीपावली मनाते हैं उसके बाद भी आप अगली दीपावली तक लक्ष्मीवान नहीं बन पाते?
तो यह आलेख आपके लिये है।
दरअसल दीपावली अमावस्या के दिन आती है जो शनि का दिन होता है हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह की उच्च स्थिती व उनकी कृपा से ही मनुष्य धनवान होता है व मकान बनवा पाता है।इसलिये दीपावली को जो तिल के तेल के दीपक जलाने का रिवाज है वो तेल अमावस्या होने से शनि ग्रह की दशा ठीक करने के लिये जलाया जाता है।
क्या आप दीपावली को मोमबतियां जलाते हैं?
दीपावली को सरसों के तेल के दीपक जलाते हैं?
सिर्फ इलैक्ट्रोनिक लाईटें लगाते हैं सोचते हैं दीपकों के झंझट में कौन पड़े?
तो आप गलत कर रहें हैं दीपावली को कम से कम सवा लीटर तिल के तेल के दीपक जलाने से मनुष्य पर चल रही शनि की दशा उतर जाती है तथा वो धनवान व ऋणमुक्त बनता है उसे व्यापार धन्धे में फायदा होता है घर में फिजुलखर्च नहीं होते। ( Shani shadna to attract money and wealth)
चलिये अबके दीपावली को कम से कम सवा लिटर तिल्ली का तेल ( Sesame Oil) जलावें तथा यदि आप सोच रहें है दीपावली तो बहुत दुर है तो दीपावली के स्थान पर आप किसी भी अमावस्या को तिल के तेल के पांच दीपक जला कर घर की छत पर रख सकते हैं यदि आप यह प्रयोग दीपावली के अलावा अन्य अमावस्या को कर रहें हैं तो सवा लिटर तिल के तेल के दीपक एक साथ जलाना अनिवार्य नहीं है आप पांच दीपक जला सकते हैं उससे भी लाभ होगा।
तथा कृपया यह भी ध्यान रखें कि सवा लीटर तेल की शर्त न्यूनतम है आप अपनी आस्था व हैसियत के अनुसार जितना ज्यादा तिल के तेल के दिये जलावेगें उतना ही आपको लाभ पहुंचेगा शनि भगवान पर तेल चढाने का भी यहि रहस्य है आप शनिवार को भी तिल के तेल का दीपक (जलाकर) अपने घर के बाहर शनि भगवान के नाम का रख सकते हैं उस दीपक पर सिदुंर का तिलक लगाना ओर भी अच्छा रहता है।( Burn Sesame Oil Deepak With Sindur Marking on Deepak at Every Saturday for Shani Kripa)
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