ज्ञान

सुबह शिव की आंकड़े के फूल, बिल्वपत्र, सफेद चंदन, अक्षत समर्पित कर इस श्लोक का स्मरण जीवन में चल रहे हर तनाव व परेशानी को शिव भक्ति से दूर करने का बेहद आसान व रामबाण उपाय भी माना गया है-
यस्याङ्के च विभाति भूधरसुता देवपगा मस्तके
भाले बालविधुर्गे च गरलं यस्योरसि व्यालराट्।
सोयं भूमिविभूषण: सुरवर: सर्वाधिप: सर्वदा।
शर्व: सर्वगत: शिव: शशिनिभ: श्रीशङ्कर पातु माम्
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आंवले का ज्योतिष में बुध ग्रह की पीड़ा शान्ति कराने के लिये एक स्नान कराया जाता है।
जिस व्यक्ति का बुध ग्रह पीडि़त हो
उसे शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को स्नान जल में- आंवला, शहद, गोरोचन, स्वर्ण, हरड़, बहेड़ा, गोमय एंव अक्षत डालकर निरन्तर 15 बुधवार तक स्नान करना चाहिए जिससे उस जातक का बुध ग्रह शुभ फल देने लगता है। इन सभी चीजों को एक कपड़े में बांधकर पोटली बना लें।
उपरोक्त सामग्री की मात्रा दो-दो चम्मच पर्याप्त है। पोटली को स्नान करने वाले जल में 10 मिनट के लिये रखें। एक पोटली 7 दिनों तक प्रयोग कर सकते
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अगर आपका सूर्य अशुभ है तो पिता की सेवा करें।
अगर आपका चंद्र अशुभ है तो मां का आशीर्वाद लें। अगर पिछले जन्म का मां का कर्ज है तो इस जन्म में मंगल अशुभ होगा। मां को मीठा खिलाएं। अगर आपका बुध अशुभ है तो बहन व बुआ का आशीर्वाद लें। उन्हें प्रसन्न रखें। गुरु अशुभ है तो समझिए कि पिछले जन्म का मंदिर का ऋण है। अत: मंदिर में सेवा करें। दादा या किसी बजुर्ग की सेवा करें।
अगर कुंडली में शुक्र अशुभ है तो समझिए पिछले जन्म का पत्नी का ऋण है। अपनी पत्नी से कभी तेज आवाज में बात न करें। पत्नी का अपमान न करें। उसे गुलाबी वस्तु उपहार में दें।
अगर कुंडली में शनि-राहु अशुभ हैं तो है अपने अधीनस्थ लोगों को हमेशा खुश रखें। नौकरों पर गुस्सा न करें। अगर केतु कुंडली में अशुभ है तो पिछले जन्म का पुत्र दोष है। अत: इस जन्म में पुत्र से बैर न रखें। उसे मनचाही वस्तु उपहार में देकर इस ऋण का निवारण करें।
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देवी उपासना के विशेष दिन स्नान के बाद यथासंभव
सफेद वस्त्र पहन देवी सरस्वती की सफेद पूजा सामग्रियों, जिनमें सफेद चंदन, सफेद फूल और फूल माला, अक्षत, सफेद वस्त्र व दूध की मिठाई शामिल हो, अर्पित करें।
- धूप व दीप जलाकर सफेद आसन पर बैठ देवी के नीचे लिखे मंत्र का ध्यान करें-
नमो देव्यै महामूर्त्यै सर्वमूर्त्यै नमो नम:।
शिवायै सर्वमांगल्यै विष्णुमाये च ते नम:।।
त्वमेव श्रद्धा बुद्धिस्त्वं मेधा विद्या शिवंकरी।
शान्तिर्वाणी त्वेमवासि नारायणि नमो नम:।।
- पूजा व मंत्र स्मरण के बाद देवी सरस्वती की धूप, दीप आरती करें। सुख-सफलता व तरक्की की कामना से देवी के चरण वंदन करें।
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बुध को शक्तिशाली बनाने के लिए कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, ताकि आप बुध के सकारात्मक प्रभाव को जागृत कर अपने जीवन को सरल बनाने में सक्षम होंगे। इसके लिए आप निम्न बताए जा रहे सुझाव अपनाएं।
1. भवगान विष्णु की पूजा करें एवं बुधवार को विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का जाप करें।
2. आप अपनी छोटी उंगली में लोहे की रिंग पहनें, यदि हो सके तो बुधवार को धारण करें।
3. बुधवार के दिन बकरी को हरा घास डालकर आएं।
4. गरीबों को हरी वस्तुएं दान करें।
5. तांबे से बनी वस्तुएं जरूरतमंद लोगों को दान करें।
6. आप छोटे बच्चों की मदद कर सकते हैं। आप बच्चों को शिक्षा एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा सकते हैं।
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